Haryana News 24
भाजपा के पूर्व मंडल महामंत्री और उसकी पत्नी पर जानलेवा हमला।
Sunday, 16 Jun 2024 18:30 pm
Haryana News 24

Haryana News 24

करीब दर्जनभर लोगों हथियारों से लैस होकर आए हमला करने।

 पलवल।  जिले के गांव बिल्लोचपुर में भाजपा के पूर्व मंडल महामंत्री और उसकी पत्नी पर हथियारों से लैस होकर आए दर्जनभर से अधिक लोगों द्वारा जानलेवा हमला किया गया। हमले की यह वारदात घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। हसनपुर थाना पुलिस ने मामले में शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है लेकिन पुलिस ने जो धाराएं लगानी चाहिए थी वह धाराएं नहीं लगाई गई ! जिसको लेकर पीडित परिवार ने पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत के गंभीर आरोप भी लगाए है।

बता दे पलवल के गांव बिल्लोचपुर का रहने वाला बीजेपी का कार्यकर्ता अरुण चांदहट मंडल का महामंत्री भी रह चुका है। अरुण के मुताबिक वह अपने घर के सामने पंचायती जगह पर ईट लगा रहा था। तभी नरेश, टेकचंद, गुलवीर, रोहित दिगंबर, उमेश, गोविंदा और उनके साथ 8 - 10 लोग आए और उससे कहा कि यहां पर ईंट क्यों लग रहा है, यह हमारी जगह है। पीड़ित ने कहा कि यह तुम्हारी जगह नहीं बल्कि पंचायती जगह है। में यहां मकान थोड़ी बना रहा हूं। यहां केवल ईट लगा रहा हूं, जिन्हें बाद में यहां से हटा दूंगा। इतना कहते ही उक्त लोग उसके साथ गाली गलौच करके चले गए और थोड़ी देर बाद लाठी डंडा और तेजधार हथियार लेकर उसके घर पर आते हैं और आते ही पीड़ित व उसकी पत्नी पर जानलेवा हमला कर देते हैं। हमले की यह वारदात उनके घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो जाती है। पीड़ित का आरोप है कि आरोपियों के पास अवैध देसी कट्टा भी था। मौके पर लोगों के एकत्रित होने पर सभी आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी देकर फरार हो जाते हैं। इसके बाद पीड़ित मामले की लिखित शिकायत हसनपुर थाना पुलिस को देता है और एक दिन बाद पुलिस उसकी शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करती है लेकिन पुलिस राजनीती दबाब की वजह से जो धाराएं लगानी चाहिए थी वह धाराएं नहीं लगाई हैं जिसको लेकर पीड़ित ने पुलिस पर भी आरोपियों से मिली भगत करने के आरोप लगाए हैं और पलवल एसपी से न्याय की गुहार भी लगाई है। उसका कहना है कि अगर जल्द ही पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं की। तो वह पलवल एसपी से मिलेंगे और अगर उसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है तो वह हरियाणा के मुख्य मंत्री नायब सिंह सैनी से मिलकर इस मामले के बारे में अवगत कराएगें ! अगर मुख्य मंत्री ने भी उनकी नहीं सुनी तो वह कोर्ट का सहारा लेगें ! इतना ही नहीं पीड़ित पक्ष स्थानीय विधायक से लेकर भाजपा के बड़े नेता भी इस मामले में कोई कानूनी कार्रवाई न कर राजीनामा करने का दवाव बन रहे हैं। लेकिन पीड़ित ने मामले में राजीनामा करने से साफ इनकार कर दिया है।