Haryana News 24
बलराज उर्फ गोली हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता बलराज उर्फ बल्लू सहित 5 काबू ।
Tuesday, 02 Jul 2024 18:30 pm
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फायरिंग करने के आरोपी और शरण देने वाला भी पकड़ा ।

फतेहाबाद। फतेहाबाद में बीती 15 जून को हुए बलराज उर्फ गोली हत्याकांड मामले में पुलिस ने आखिरकार मुख्य साजिशकर्ता बलराज उर्फ बल्लू को पुलिस ने उसके साथियों सहित उसके गांव बहबलपुर से गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथ गोली चलाने वाले फतेहाबाद निवासी विकास, सिरसा के बनसुधार निवासी संजय, खान मोहम्मद निवासी मुकेश तथा राजस्थान के सादुलशहर क्षेत्र निवासी बिंदु कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी व फायरिंग करने के आरोपी घटना के बाद पंजाब और राजस्थान क्षेत्रों में भागते रहे और कुछ दिन तक बिंदू ने उन्हें अपने यहां शरण दी थी। पुलिस ने अब तक इस मामले में कुल 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें रैकी करने के आरोपी भी शामिल हैं। 

डीएसपी जयपाल ने बताया कि 2019 में बलराज उर्फ गोली ने मुख्य साजिशकर्ता बलराज उर्फ बल्लू पर अपने साथियों सहित हमला कर दिया था और उसकी टांग तोड़ दी थी, तब से बल्लू गोली से रंजिश रखता था और उसी रंजिशन उसने इस घटना को अंजाम दिलवाया। इसके बाद वह अन्य आरोपियों के साथ शहर से फरार हो गया ओर पंजाब व राजस्थान में छुपता रहा। बाद में 5-6 दिन तक सादुलशहर के खाईपुर क्षेत्र के रहने वाले बिंदू ने उन्हें अपने यहां शरण दे रखी थी। इसी आधार पर उसे भी दबोचा गया है। आरोपियों को रिमांड पर लिया जाएगा।

बता दें कि 15 जून को काठमंडी निवासी बलराज की उस समय गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वह अपनी पत्नी के साथ कार में सवार होकर प्लाट देखकर सतीश कॉलोनी से गुजर रहा था। बाइक सवार दो-तीन युवकों ने उसकी कार पर फायरिंग की और बलराज उर्फ गोली के पेट में गोली लगी, उसे हिसार रेफर किया गया, जहां देर रात उसने दम तोड़ दिया था। अगले दिन शाम को परिजन लाल बत्ती चौक पर तीन घंटे तक जाम लगाकर बैठे रहे और शव भी वहीं ले आए थे। इसी दौरान कुछ युवकों ने बलराज के एंडी गुट के माने जाने लोगों के घरों में तोड़ फोड़ शुरू कर दी थी। जिसके बाद प्रशासन ने हरकत में आकर रैकी करने के तीन आरोपियों को उसी समय दबोच लिया था और मुख्य आरोपियों की तलाश में जुट गई थी।

गोली और बल्लू के बीच पुरानी रंजिश चलती आ रही थी। गोली पर हत्या प्रयास, मारपीट, साजिश रचने, एनडीपीएस सहित 27 केे करीब मामले दर्ज थे, जिनमें अधिकतर मामलों में वह बरी हो गया था।