गली के सीवर, नाले जाम व सड़क का लेवल नीचा होने से गली में दूषित पानी भरने से भारी परेशानी।
शहर के वार्ड नंबर 14 स्थित मोहल्ला रामबास सैनीपुरा के लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर है। इसका कारण बरसात के मौसम में नगर परिषद और पार्षद की उदासीनता बताई जा रही है। मोहल्ला वासियों की माने तो मानसून के सीजन में नाले नालियों और सीवर की सफाई नहीं होने के कारण बरसाती नाला और सीवर लाइन जाम है जल निकासी नहीं होने के कारण गली के अंदर पानी भर जाता है।
जिस कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा गली में स्ट्रीट लाइट जैसी कोई सुविधा नहीं होने से गली में रात को अंधेरा रहता है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि गली की सड़क बने कई साल हो गए जिस कारण बाहर की मुख्य सड़क से लेवल नीचा होने के कारण गली में भरा पानी बाहर नहीं निकल पाता और पूरे दिन यही पानी जमा रहने के कारण गली में रहने वाले लोगों आने जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सीवर और नाले ओवरफ्लो होने के कारण बैक मारते हैं। गली की सड़क में दूषित पानी भरा रहने के कारण मक्खी मच्छर और बीमारियां फैलने का अंदेशा रहता है। वहीं पानी में गिरकर बुजुर्ग लोग घायल हो जाते हैं। कॉलोनी वासीयों ने नगर परिषद और पार्षद पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा है कि दो साल पहले नगर परिषद चुनाव में इस मोहल्ले से महिला प्रत्याशी चुनाव में खड़ी हुई थी जिस कारण पार्षद उनके साथ राजनीतिक द्वेष रखता है। उन्होंने कहा कि पार्षद साफ तौर पर यह कहता है कि इस मोहल्ले वालो ने मुझे वोट नहीं दी तो मैं यहां काम क्यों करवाऊं। फिलहाल सरकार और प्रशासन से मोहल्ला सैनिपुरा के लोगों ने जल्द समस्या के समाधान की मांग की है। वहीं इस बारे में जब हमने वार्ड नंबर 14 के पार्षद प्रतिनिधि मोनू राव से बात की तो उन्होंने बताया कि इस गली के टेंडर हो चुके हैं बरसात की वजह से काम शुरू नहीं हुआ है बरसात सीजन खत्म होते ही काम शुरू करवा दिया जाएगा। राजनीतिक द्वेष भावना जैसी कोई बात नहीं है क्योंकि चुनाव में इस मोहल्ले से भी उन्हें काफी वोट मिले थे।