नौकायान के आज़ के मुकाबले रेपेचाज में रहे दूसरे स्थान पर।
करनाल के कैमला गांव में खुशी का माहौल है, क्योंकि भारत के हरियाणा के करनाल के कैमला गांव के लड़के ने इतिहास रच दिया है।
रेपेचाज का मुकाबला था , अगले राउंड में पहुंचने के लिए इस मैच में अच्छा परफॉर्म करना बेहद जरूरी था, कल बलराज चौथे स्थान पर रहे थे और आज उन्होंने इतिहास रच दिया। वो रेपेचाज के इस मुकाबले में नौकायान में दूसरे स्थान पर रहे और उन्होंने क्वाटर फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। अब उनका क्वाटर फाइनल का मुकाबला मंगलवार को होगा। बलराज ऐसे ओलंपिक के इतिहास में चौथे भारतीय खिलाड़ी हैं जो सिंगल स्कल्स में क्वाटर फाइनल में पहुंचे हैं।ये भारत के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। वो एकमात्र नौकायान के भारतीय खिलाड़ी हैं जो ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं, वो भारतीय सेना के जवान हैं और 4 साल से रोइंग खेल रहे हैं।
बलराज की पत्नी, मां, बहन सब उनकी इस जीत से खुश हैं और अगली मैच के लिए प्रार्थना कर रहे हैं कि बलराज जीतकर इतिहास रच दे।