मनोहर लाल ने बताया कि उन्हें सीएम पद से हटाया नहीं गया बल्कि उन्होंने खुद ही प्रधानमंत्री के सामने सीएम पद छोड़ने की इच्छा की थी जाहिर।
पानीपत। हरियाणा में मुख्यमंत्री बदलने का फैसला कोई रातों रात नहीं हुआ है बल्कि नेतृत्व परिवर्तन की यह पटकथा एक साल पहले लिखी जा चुकी थी। नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाने के पीछे केन्द्रीय नेतृत्व की सहमति ओर उनकी इच्छा शामिल हैं। यह रहस्योद्घाटन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं करनाल लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि उन्होंने ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सामने सीएम पद छोड़ने की इच्छा जताई थी। मनोहर लाल खट्टर शनिवार को समालखा में लोकसभा चुनाव के मध्य नजर पार्टी कार्यकर्ताओं का मार्ग दर्शन करने पहुंचे थे।
समालखा जीटी रोड पर स्थित लोकसभा चुनाव कार्यालय में आयोजित बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव जीतने के साथ साथ समालखा विधानसभा सीट भी जीतने का संकल्प दिलाया। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं की टीस को ब्यां करते हुए कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि समालखा विधानसभा सीट ऐसी है जहां बाराती तो बहुत है लेकिन बन्ना (दुल्हा) कोई नहीं बना है। पूर्व सीएम कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने का मंत्र देते हुए कहा की अब की बार सिर्फ कमल के फूल को दुल्हा मानकर मतदान करना है तभी चुनाव जीत सकते हैं। साढ़े नौ साल तक प्रदेश में सीएम रहे मनोहर लाल ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान हरियाणा एक हरियाणवी एक के आधार पर सम्पूर्ण प्रदेश का एक सम्मान व बिना भेद भाव के विकास किया।
इससे पहले बैठक को संबोधित करते हुए भाजपा जिला महामंत्री कृष्ण छौक्कर व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संजय छौक्कर ने संबोधित करते हुए मनोहर लाल खट्टर को भारी मतों से लोकसभा चुनाव जीताने का संकल्प लिया।