
कांग्रेस की गुटबाज़ी पर भड़के जयप्रकाश, कांग्रेस के भावी उम्मीदवारों को सुनाई खरी खोटी।
- Submitted By: Haryana News 24 --
- Edited By: Jagbir Ghanghas --
- Wednesday, 15 May, 2024
बोले, मैं पागल हूँ क्या, सुबह से डंडा दे रखा है ?
हिसार लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश की वीडियो वायरल
पूर्व सीपीएम रामकिशन फ़ौजी व मास्टर सतबीर रतेरा और उनके समर्थकों से परेशान थे जयप्रकाश
दोनों नेताओं के समर्थक हर गाँव में जयप्रकाश की बजाय कर रहे थे अपने अपने नेताओं के पक्ष में नारेबाज़ी।
भिवानी। लोकसभा के रण में उतरी कांग्रेस अभी तक अपनी गुटबाज़ी से पार नहीं हो पा रही। ताजा मामला हिसार लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश की वायरल वीडियो का है। जो वहाँ के स्थानीय नेताओं के समर्थकों की नारेबाज़ी से इतने परेशान हुए कि उन्होंने कहना पड़ा कि क्यों डंडा दे रहे हो, मैं मैंटल हूँ क्या।
भिवानी में कांग्रेस प्रत्याशी राव दानसिंह के प्रचार के दौरान कांग्रेस की कलह आए दिन देखने को मिलती है। कभी किरण चौधरी की नाराज़गी तो कभी बंसीलाल के दामाद एवं पूर्व विधायक सोमबीर सिंह के साथ धक्का मुक्की। अब भिवानी के बवानीखेड़ा हलके में, जो हिसार लोकसभा में आता है, वहाँ भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला।
मौक़ा था हिसार से लोकसभा प्रत्याशी जयप्रकाश के बवानीखेड़ा हलके के गाँवों के दौरे का। इस दौरान जयप्रकाश के साथ चल रहे कांग्रेस नेता रामकिशन फ़ौजी व मास्टर सतबीर रतेरा के समर्थक जयप्रकाश से ज़्यादा अपने अपने नेताओं के पक्षों नारेबाज़ी कर एक दूसरे को कमजोर दिखाने में जुटे रहे। शाम होते होते बलियाली गाँव में भी जब यही हाल रहा तो जयप्रकाश का सब्र जवाब दे गया। उन्होंने फिर कुछ ऐसा कहा कि उनकी ये वीडियो अब जमकर वायरल हो रही है।
इस वीडियो में जयप्रकाश ठेठ हरियाणवी में कह रहे हैं कि कोए बात नी, कर लो थारे पर जितणा होंदा हो। आराम से खड़े रहे नी तो ज़िंदाबाद मैं करवाउँगा। कदे चक्कर में पड़ रे हो। क्या बदतमीज़ी है ये, क्या तमाशा बणा राखा है। सबेरे से कह रा हूँ, मैं मैंटल हूँ के। बहुत परेशान कर राखा हूँ। ये लोग जयप्रकाश को वोट देने आए है, कदै किसे क ग़लतफ़हमी हो। बकवास कर रहे हो। आदमी की तरह समझा लिया। इसी बीच मास्टर सतबीर रतेरा ने जयप्रकाश को टोका तो जयप्रकाश ने उन्हें पूरी तरह हड़काया।
लोकसभा का रण जीतने निकली कांग्रेस को कितनी सफलता मिलती है या नहीं, ये तो 4 जून को पता चलेगा। लेकिन उससे पहले कांग्रेस की कलह और ऐसी गुटबाज़ी का चुनावों के दौरान भी जारी रहना कहीं ना कहीं कांग्रेस को कमजोर ज़रूर कर रही है। ऐसे में देखना कि क्या कांग्रेस इस कलह और गुटबाज़ी से कभी पार पाती है या नहीं।