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बढ़ती गर्मी से मेवात के तालाबों पर छाया गहरा संकट।

जल संकट से पानी को तरसे तालाब, भीषण गर्मी में बूंद - बूंद पानी को तरस रहे पशु-पक्षी

नूंह मेवात। गर्मी बढ़ने के साथ ही जिले के अधिकांश तालाब सूख गए हैं। तालाबों व नहरों में पानी ना होने से सबसे अधिक परेशानी बेजुबान पशु - पक्षियों को होने लगी है। तालाब व नहर सूखी होने के कारण पानी की तलाश मे पशु - पक्षी, इधर - उधर भटक रहे हैं । तालाबों व नहरों मे पानी ना होने के कारण ही भू जल स्तर भी तेजी से नीचे खिसकता जा रहा है। हालत यह हो गई है कि पानी के लिए तालाब तरस रहे हैं, तो वहीं बूंद - बूद के लिए बेजुबान पशु - पक्षी। मेवात जिले में सैंकड़ों छोटे - बड़े तालाब व नहरें हैं। इन तालाब - नहरों में सालों से पानी दिखाई नहीं देता है। गर्मी की शुरूआत में ही जिले के अधिकांश तालाब सूख चुके थे। पानी से लबालब भरे रहने वाले लगभग सभी तालाबों में भीषण गर्मी के मई महीने में धूल उड़ने लगी है। वहीं, जिला प्रशासन को नहरों में पानी छोड़े जाने को लोग काफी बार शिकायत कर चुके हैं। तालाबों मे पानी नहीं होने से जीव, पशु - पक्षी, इधर - उधर भटकने लगे हैं। भीषण गर्मी ने सभी रिकॉर्ड तौड़ दिए हैं। शिकायतों के बावजूद भी कोई समाधान नहीं हुआ है। मवेशी चरवाह ने बताया की नहर व तालाबों में पानी नहीं होने से मवेशी बूंद - बूंद पानी को तरस रहे हैं। पशु - पक्षियों को पानी की तलास में सुबह से शाम हो जाती है, लेकिन पीने को पानी नहीं मिलता। बिना पानी के चिलचिलाती धूप व गर्मी के सितम से पशु पक्षियों की जिन्दगी मुश्किल दौर से गुजर रही है । लोगों का कहना है कि मेवात में पारा 49 डिग्री तक पहुंच रहा है। तालाबों में पानी नहीं होने से पशु - पक्षियों के साथ इंसान भी परेशान है। लोगों ने मांग की है की तालाब व नहरों में पानी छोड़ा जाए ताकि पशु - पक्षियों के जीवन को बचाया जा सके। आसमान से आफत बरस रही है। आसमान से राहत कब आएगी अब इसी का इंतजार है।

 

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