फतेहाबाद के टोहाना के एक घर में निकला 50 दांत वाला सांप।
- Submitted By: Haryana News 24 --
- Edited By: Jaspal Singh --
- Monday, 03 Jun, 2024
फतेहाबाद। टोहाना के मालाराम कॉलोनी में रहने वाले जैन परिवार के बन रहे नए- घर में रविवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब काम कर रहे मजदूरों ने ईंटों के पास सांप दिख गया। रोज की तरह मजदूर काम कर रहे थे। तभी उन्हें कुछ आहट सुनाई दी। पलटकर देखा तो ईंटों के पास सांप बैठा दिखा। आनन-फानन में मजदूरों ने बन रहे मकान मालिक को फोन लगाकर इस बारे में बताया।
घर में सांप निकलने पर पशु क्रूरता निवारण कमेटी एस,पी,सी,ए मेंबर पर्यावरण एवं वन्य जीव प्रमुख नवजोत सिंह ढिल्लों की टीम को बुलाया गया। ढिल्लों ने ईंटों को हटाकर छुपे बैठे सांप को देखा और करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद उसे पकड़ लिया।
ढिल्लों की बात सुनकर हैरान रह गए सभी... ढिल्लों ने बताया कि इस सांप को वुल्फ स्नेक के नाम से जाना जाता है। इसके 50 दांत होते हैं, जो कि आरी जैसे नुकीले होते हैं। इसकी पकड़ इतनी मजबूत होती है कि जो भी शिकार इसकी पकड़ में आता है, वो दोबारा इसके मुंह से नहीं छूट पाता।
ढिल्लों ने बताया कि भले यह सांप जहरीला नहीं हो, पर अन्य सांपों की तरह यह डरता नहीं है, अगर इसके साथ छेड़खानी की जाए तो यह पीछे ना हटते हुए तुरंत ही हमला कर जवाब भी देता है। इस वुल्फ स्नेक का प्रिय भोजन छिपकली, मेंढक और चूहे हैं। यह घरों की दीवार पर भी आसानी से चढ़ जाता है। बारिश के समय इसका ठिकाना दीवारें या फिर बिल होते हैं, जहां इसे आसानी से भोजन मिल जाता है।
कम होते जा रहे हैं वुल्फ स्नेक
इंग्लिश में वुल्फ स्नेक और हिंदी में गनेता के नाम से जाना जाने वाला यह सांप प्रकृति का संतुलन बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाता है। चूहे, छिपकली, मेंढक खाकर यह सांप प्रकृति को संतुलन में रखता है, हालांकि धीरे-धीरे इन सांपों की संख्या में कमी भी जरूर आ रही है। नवजोत ढिल्लों ने बताया कि लोग सांप को देखते ही मार डालते हैं, हालांकि ये जहरीला नहीं होता है।