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श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने लॉन्च किए छह प्रोग्राम कुलपति डॉ. राज नेहरू ने विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए रोटोब 'ऐले' को किया लॉन्च।

देश भर के विद्यार्थियों के दाखिलों को लेकर प्रश्नों का लिख और बोल कर जवाब देगा रोबोट

बीएससी इन योगा एंड स्प्रिचुअलिटी साइंस देश में एक अनोखा प्रोग्राम- डॉ. राज नेहरू

पलवल। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने 6 नए प्रोग्राम लॉन्च किए हैं। यह सभी प्रोग्राम रोजगारपरक होंगे। बीएससी इन योगा एंड स्प्रिचुअलिटी साइंस देश में एक अनोखा प्रोग्राम होगा। इसके साथ ही कम पढ़े-लिखे युवाओं को इंडस्ट्री से जोड़ने के लिए दर्जन बार नए शॉर्ट टर्म प्रोग्राम लॉन्च मंगलवार को लॉन्च किए गए। इस मौके पर कुलपति डॉ. राज नेहरू ने एडमिशन कैंपेन के लिए एक रोबोट को भी लॉन्च किया है। यह रोबोट देश के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय के बारे में हर जानकारी बोल कर और लिख कर देगा। मीडिया के समक्ष इसकी भी लॉन्चिंग की गई। 

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि यह रोबोट स्किल डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड आईटी की चेयरपर्सन प्रोफेसर ऊषा बत्रा के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने बनाया है। रोबोट के लिए समाज सेवी संगठन उत्सव फाउंडेशन ने विद्यार्थियों को फंड प्रदान किया। प्रोफेसर ऊषा बत्रा के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने इस रोबोट की कुशलता और कार्यशैली का प्रदर्शन किया। रोबोट ने श्री विश्वकर्मा विश्वविद्यालय के बारे में पूछे गए प्रश्नों के त्वरित उत्तर दिए। 
कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि अब श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में दाखिलों के बारे में कोई जानकारी चाहिए तो जिज्ञासु विद्यार्थी इस रोबोट से पूछ सकते हैं। इसे वेबसाइट से भी लिंक किया गया है। वेबसाइट पर जाकर विद्यार्थी स्किल से जुड़े प्रोग्राम की जानकारी ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि भविष्य में इस रोबोट के एडवांस वर्जन भी बनाए जाएंगे। 


कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि पहले चरण में हमारा चार हजार विद्यार्थियों की क्षमता विकसित करने का लक्ष्य था। इस सत्र में हम तीन हजार के आंकड़े को पार कर जाएंगे। हमने 4 इंडस्ट्री के साथ प्रोग्राम की शुरुआत की थी आज 106 इंडस्ट्री श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ जुड़ी हैं। इस वर्ष यह आंकड़ा 150 कंपनी तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। इंडस्ट्री की ऑन द जॉब ट्रेनिंग के कारण ही प्लेसमेंट 81 प्रतिशत को पार कर गया है, जिसे 90 प्रतिशत ले जाने का लक्ष्य रखा गया है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से एक बच्चा एक मशीन का लक्ष्य पूर करेंगे और लैब में प्रोडक्शन भी शुरू करने की योजना है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए सिडबी के सहयोग से सुपर 30 प्रोग्राम शुरू किया गया है। विश्वविद्यालय ने स्किल इनोवेटर्स फाउंडेशन के माध्यम से इंडस्ट्री और कॉरपोरेट से करीब 2 करोड़ रुपए का फंड जुटाया है। इसमें से एक करोड़ रुपए विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप के लिए आया है। गरीब विद्यार्थियों की पढ़ाई किसी भी सूरत रुकने नहीं देंगे। उन्होंने बताया कि इस बार महिला व पुरुष छात्रावास भी शुरू एक दिए गए हैं। 


कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि विश्वविद्यालय में एक एग्रीकल्चर लैब स्थापित की गई है। इसमें 15 प्रकार के टेस्ट किए जा सकेंगे। आने वाले समय में यह आसपास के किसानों के लिए भी बहुत फायदेमंद होगी।
कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने विश्वविद्यालय के दोहरे एकीकृत मॉडल को और अधिक उन्नत बनाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने मीडिया के प्रति कृतज्ञता भी ज्ञापित की।

 

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