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"शान ए मेवात" को लेकर हुई सांस्कृतिक संध्या।

नूंह जिले में अमन व सद्भावना को लेकर राजकीय शहीद हसन खान मेवात मेडिकल कॉलेज नल्हड़ के ऑडिटोरियम में जिला प्रशासन, नूंह पुलिस व स्मार्ट रेडियो मेवात के संयुक्त तत्वाधान में "शान ए मेवात" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक संध्या में राजस्थान के अलावा हरियाणा के नूंह एवं अन्य जिले के कलाकारों ने मेवाती संस्कृति व वीर बहादुरों को लेकर गीत, आल्हा, शेर, रागिनी, कव्वाली इत्यादि के माध्यम से शमां बांध दिया। तकरीबन 4 घंटे से अधिक समय तक चले इस कार्यक्रम में मेवाती भाषा में लिखी गई पुस्तक "पाण्डुन का कड़ा" का भी विमोचन किया गया। यह पुस्तक मास्टर कमालुद्दीन के द्वारा पुलिस विभाग की मदद से लिखी गई है। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह बिजारनिया ने शान ए मेवात कार्यक्रम से लेकर इस पुस्तक के विमोचन में अहम किरदार निभाया है। लोग उनके द्वारा किए गए कार्यों की जमकर सराहना कर रहे हैं। सबसे खास बात यह रही की शान ए मेवात कार्यक्रम में राजस्थान के रहने वाले गफरुद्दीन "नेशनल अवार्डी" को भी बुलाया गया। उनके गीतों, आल्हा, पाण्डुन के कड़े ने मंत्रमुग्ध कर दिया।

रही सही कसर कार्यक्रम के समापन के अवसर पर मेवात के मशहूर गायक कलाकार नियामत अजीज ने पूरी कर दी। उन्होंने मेवाती गीतों से लेकर आल्हा तथा कव्वाली में खूब जमकर तालियां बटोरी। कुल मिलाकर स्मार्ट रेडियो मेवात की सीईओ अर्चना कपूर से लेकर उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा, एडिशनल एसपी सोनाक्षी सिंह सहित कई आला अधिकारियों ने कई घंटे तक इस कार्यक्रम का लुत्फ उठाया। इस कार्यक्रम के अंत में नव चयनित जज कुमारी रुखसाना सुनारी, नासिर पहलवान उटावड़, जुनैद धावक पचगांव, प्रधान सिपाही इक्लास गवारका, परवेज चाहल्का के अलावा कुंडली मानेसर पलवल एक्सप्रेस वे पर बस में लगी आग से दर्जनों यात्रियों की जान बचाने वाले नदीम घुसबैठी, नफीस, मैनुद्दीन धुलावट को भी सम्मानित किया गया। पुलिस कप्तान नरेंद्र सिंह बिजारनिया ने कहा कि इन तीनों ही वीर युवाओं का केस गृह मंत्रालय भारत सरकार को भेज दिया है। जल्द ही इन्हें वहां से भी सम्मान मिल सकता है। कुल मिलाकर मेवात सांस्कृतिक संध्या में पहली बार महिलाओं की भी अच्छी खासी संख्या देखने को मिली।

जिन्होंने कई घंटे तक मेवाती संस्कृति व विरासत को जीवित करने वाले कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया। सभी ने इस कार्यक्रम में मुख्य किरदार निभाने वाले पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह बिजारनिया की तालियां बजाकर हौसला अफजाई की। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने पुलिस कप्तान नूंह रहते हुए जिला में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए गरीब मेधावी बच्चों की पढ़ाई में भी दिल खोलकर मदद की। इसके अलावा उन्होंने पुलिस विभाग में भी केसों का तेजी से निपटान कराया। कुल मिलाकर शान ए मेवात कार्यक्रम के लिए उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम अब हर साल होना चाहिए ताकि लोक कलाकारों के सम्मान के साथ-साथ पुरानी सांस्कृतिक विरासत के बारे में भी युवा पीढ़ी को जानकारी मिलती रहे। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह बिजारनिया ने कहा कि तावडू क्षेत्र में स्कूली मेधावी बच्चों को पढ़ने के लिए एनजीओ की मदद से भी काफी बेहतर काम किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग ने भी स्कूली बच्चों को अरावली पर्वत में ले जाकर विज्ञान के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है। बच्चों को भी यह अनुभव काफी रास आया है। कुल मिलाकर पुलिस विभाग से हटकर सामाजिक क्षेत्र में भी पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया के कार्य कभी भुलाए नहीं जा सकते।

नल्हड़ मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ मुकेश कुमार ने भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी टीम के साथ अहम भूमिका निभाई और कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों के लिए मेडिकल कॉलेज नलहड़ का ऑडिटोरियम हाल पूरी तरह से तैयार है। सोनाक्षी सिंह एडिशनल एसपी ने कहा कि मुझे करीब 3 महीने का समय यहां पर हुआ है। शुरुआत में जब मैं आई थी तो इस इलाके के बारे में गलत बातों का प्रचार ज्यादा किया जाता था, लेकिन आज यहां की सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानकर बहुत अच्छा लगा है। इस तरह के कार्यक्रम होते रहना चाहिए। यह बहादुरों की सरजमी है और हमेशा यहां एकता और भाईचारा बनाकर रखना चाहिए। कुल मिलाकर बीते साल जुलाई माह में नूंह हिंसा हुई थी, इसलिए अगले माह नूंह शहर में शोभायात्रा निकाली जाएगी। जिसे लेकर अभी से पुलिस प्रशासन फूंक - फूंक कर कदम रख रख रहा। पुलिस विभाग लोगों से अमन व शांति बनाए रखने की अपील के साथ पुलिस विभाग द्वारा हरसंभव मदद की बात कह रहा है।


 

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