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बहादुरगढ़ में डाक्टर बनने का सपना देखने वाले विद्यार्थियों को लगा बड़ा झटका।

विद्यार्थियों ने NEET की परीक्षा लेने वाले एग्जामिनेशन सेटरों की कार्यप्रणाली पर खड़े किए सवाल।

बोले- बहादुरगढ़ के 2 स्कूलों में बीच में ही बदल दिया गया NEET का पेपर।

विद्यार्थियों ने पहले ओरिजनल और बाद में डमी पेपर करने के लिए देने के लगाए गम्भीर आरोप।

विद्यार्थी बोले- जो पेपर बाद में सॉल्व करने के लिए दिया गया उसकी इंटरनेट पर भी नहीं मिल रही आंसर की।

विद्यार्थियों ने नीट का पेपर दोबारा लेने की मांग की।

विद्यार्थी बोले एग्जाम के बीच मे पेपर बदलने से हुआ समय खराब।

बहादुरगढ़।  डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले विद्यार्थियों को बड़ा झटका लगा है। विद्यार्थियों ने NEET की परीक्षा लेने वाले एग्जामिनेशन सेंटर्स की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि परीक्षा के बीच में ही शहर के दो एग्जामिनेशन सेंटर्स पर अभ्यर्थियों का पेपर बदल दिया गया। जिससे उनका समय खराब हुआ। इतना ही नहीं उन्होंने परीक्षा केंद्रों पर पहले ओरिजिनल और बाद में डमी पेपर देने के भी आरोप लगाए हैं। विद्यार्थियों का कहना है कि जो पेपर उन्हें बाद में सॉल्व करने के लिए दिया गया। वह आउट ऑफ सिलेबस था और उसकी आंसर की भी इंटरनेट पर कहीं नहीं मिल रही।

विद्यार्थियों का कहना है कि वह पिछले काफी समय से इस परीक्षा का इंतजार कर रहे थे। वह लगातार कड़ी मेहनत करके किसी भी कीमत पर मेडिकल एंट्रेंस पास करना चाहते थे। लेकिन 5 मई को देशभर में आयोजित यह परीक्षा सवालों के घेरे में चल रही है। एक तरफ जहां पेपर आउट होने जैसे गंभीर मामले सामने आए हैं । तो वहीं दूसरी तरफ बहादुरगढ़ की बात की जाए तो यहां पर भी विद्यार्थियों ने इस परीक्षा पर सवाल खड़े किए हैं । विद्यार्थियों का कहना है कि एग्जामिनेशन सेंटर में परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद उनका क्वेश्चन पेपर बदल दिया गया। जिसकी वजह से उनका समय खराब हुआ। विद्यार्थियों ने NEET का एग्जाम दोबारा लेने की मांग सरकार से की है।

विद्यार्थियों ने परीक्षा केंद्र पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ऐसे में इन आरोपों की जांच भी होनी चाहिए । अब देखना होगा कि सरकार इस मामले में कब तक संज्ञान ले पाती है और इन विद्यार्थियों को कब तक न्याय मिल पाता है। यह भी देखने वाली बात होगी।

 

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