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हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने जारी किया 12वीं कक्षा का वार्षिक परिणाम, 85.51 फिसदी बच्चे पास।

 

2 लाख 13 हजार 504 बच्चों ने दी थी 12वीं की वार्षिक परीक्षा।

लड़कों की बजाया लड़कियों ने, शहरी की बजाय ग्रामीण बच्चों ने और सरकारी की बजाय नीजि स्कूलों ने मारी बाज़ी।

पहली बार महज 27 दिनों में जारी किया गया रिज़ल्ट

नई शिक्षा नीति के चलते बोर्ड ने इस बार टॉप 10 बच्चों की लिस्ट जारी नहीं की।

ज़िला स्तर पर पूरे प्रदेश में महेन्द्रगढ़ पहले और नूंह सबसे फिसड्डी रहा

भिवानी।  हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 12वीं की वार्षिक परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है। जिसमें पिछले कई सालों की तुलना में इस बार बेहतर रिजल्ट रहा है। लड़कियों ने इस बार भी लड़कों की तुलना में बाज़ी मारी है। ख़ास बात ये है कि नई शिक्षा नीति के चलते इस बार टॉप 10 की लिस्ट जारी नहीं की गई। 
 फ़रवरी के अंतिम सप्ताह से पूरे मार्च माह में  हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं व 12वीं कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाओं हुई थी। आज शिक्षा बोर्ड ने 12वीं का वार्षिक परीक्षा जारी कर दिया है। इस बार का रिज़ल्ट कई मायनों में बेहद ख़ास रहा है। पर नई शिक्षा नीति के चलते टॉप 10 लिस्ट जारी नहीं की गई। जिसके चलते प्रदेश में टॉप करके भी कोई बच्चा गर्व नहीं कर पाएगा। 

 12वीं कक्षा का वार्षिक परिणाम जारी करते हुए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ वीपी यादव ने बताया कि इस बार 12वीं की परीक्षा में 2 लाख 13 हजार 504 बच्चों ने भाग लिया था। जिसमें से 85.31 फिसदी बच्चे पास हुए। चेयरमैन ने बताया कि लड़कों की बजाय लड़कियों ने बाज़ी मारी है। उन्होंने बताया कि इस बार 12वीं में 88.14 फिसदी लड़की और 82.52 फिसदी लड़के पास हुए है। चेयरमैन ने कहा कि इसी प्रकार सरकारी की बजाय नीति स्कूलों के बच्चे ज़्यादा पास हुए हैं। इस बार नीजि स्कूलों के 88.12 फिसदी और 83.35 फिसदी सरकारी स्कूलों के बच्चे पास हुए हैं। 

वहीं चेयरमैन वीपी यादव ने बताया कि इस बार शहरी की बजाय ग्रामीण बच्चों ने बाज़ी मारी है। उन्होंने बताया कि 12वीं में 86.17 फिसदी ग्रामीण और 83.53 फिसदी शहरी बच्चे पास हुए है। उन्होंने बताया कि ज़िला स्तर पर महेन्द्रगढ़ टोप रहा है और नूंह ज़िला इस बार भी फिसड्डी रहा। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत हल्दी कंपीटिशन के चलते इस बार टॉप स्टूडेंट्स की लिस्ट जारी नहीं की गई। 

इस बार के 12वीं के परिणाम बहुत बेहतर और कई तरह से अहम हैं। जिसके पीछे बोर्ड चेयरमैन डॉ वीपी यादव नक़ल पर नकेल लगना बता रहे हैं। अब इंतज़ार है 10वीं के रिज़ल्ट का। जिसको लेकर चेयरमैन ने कहा है कि 15 मई से पहले जारी कर दिया जाएगा। 


 

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