×
No icon

सिख समाज ने श्री अकाल तख्त श्री अमृतसर के नाम दिया ज्ञापन।

मुख्यमंत्री की सुरक्षा ने गुरु घर की मर्यादा का उल्लंघन कर किया घोर अपमान।

 प्रदेश के सिख समाज में भारी रोष। गुरुद्वारा रतगढ़ साहिब, नारायणगढ़ (अंबाला) गुरु ग्रंथ साहिब की गई मर्यादा भंग। सिख समाज ने श्री अकाल तख्त श्री अमृतसर के नाम दिया ज्ञापन। श्री अमृतसर अकाल तक ले कड़ा फैसला।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर लेकर तमाम राष्ट्रपति गुरुद्वारे में माथा टेकने आए मगर कभी भी उनके सुरक्षा बल द्वारा ऐसा नहीं किया गया जैसा हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री के सुरक्षा बल और मुख्यमंत्री द्वारा गुरुद्वारे की मर्यादा को भंग किया गया।

मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल से ऊपर है श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रोटोकॉल। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है क्यों नहीं की अभी तक कोई भी करवाई।

29 अप्रैल को प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी गुरुद्वारा रतगढ़ साहिब, नारायणगढ़ (अंबाला) में आगमन से पहले, वह गुरुद्वारा साहिब के दीवान हॉल में गए और उनकी उपस्थिति में उनकी वर्दी में सिर और टोपी के साथ खोजी कुत्तों के साथ तलाशी अभियान चलाया गया था जिसको लेकर अब मुद्दा गरमा गया है और प्रदेश के सिख समाज में भारी रोष दिखाई दे रहा है।

सिख समाज ने कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया गया है और मर्यादा को भंग किया गया है । मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल से ऊपर है श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रोटोकॉल।
जिससे पूरे क्षेत्र के सिख समुदाय के निवासियों में काफी आक्रोश व्याप्त है.

मुख्यमंत्री की सुरक्षा ने गुरु घर की मर्यादा का उल्लंघन कर घोर अपमान किया है।

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के वरिष्ठ उप प्रधान हरभजन सिंह मसाना ने कहा कि आज सिख समाज ने उन्हें ज्ञापन दिया है जिसको श्री अकाल तक साहब को भेजा जा रहा है क्योंकि अंबाला के अंदर मुख्यमंत्री की मौजूदगी सुरक्षाबलों के साथ में दरबार साहिब के अंदर सिख मर्यादा को ठेस पहुंचा है।
गुरु की मर्यादा को भंग करने से सिख समाज में भारी रोष है। सिख समाज ने श्री अकाल तख्त श्री अमृतसर के नाम दिया ज्ञापन।

 

Comment As:

Comment (0)