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सिरसा में बारिश से गेहूं और सरसों की फ़सल भीगी।

जिला प्रशासन के दावों की खुली पोल। बारिश से बचाव के लिए जिला प्रशासन के नहीं दिखे कोई इंतजाम। 

जिला प्रशासन ने बारिश से बचाव के लिए पुख्ता इंतजाम करने का किया दावा। 
मंडी में गेहूं और सरसों की फ़सल का उठान नहीं होने की वजह से हुई परेशानी। 

बारिश से फ़सल भीगने से आढ़तियों और किसानों में सरकार और प्रशासन के खिलाफ रोष देखने को मिला।

 सिरसा। बारिश से किसानों के खेतों का पीला सोना खराब होता हुआ दिखाई दे रहा है,दरअसल इस समय गेहूं और सरसों की फसल का पीक सीजन चल रहा है और अधिकतर गेहूं और सरसों की फसल सिरसा जिला की अनाज मंडियों में बिक्री के लिए पहुंच गई है लेकिन लगता है कि भगवान भी किसानों से नाराज है। जब किसानों को बारिश की जरूरत थी तब बारिश नहीं हुई और अब जब फसल खेतों से कट कर बिक्री के लिए अनाज मंडियों में पहुंच गई है तब से कई दिनों से सिरसा जिला में बारिश का सिलसिला जारी है बारिश होने से किसानों की खुले आसमान के नीचे पड़ी फसल भीग रही है और कहीं ना कहीं किसानों को इस भीगी हुई फसल के खराब होने का डर भी सता रहा है हालांकि हरियाणा सरकार और जिला प्रशासन ने गेहूं और सरसों की फसल की बिक्री के लिए व्यापक प्रबंध करने का दावा भी किया था लेकिन प्रशासन और सरकार के दावे हवा में फुर हो गए। जिला प्रशासन ने गेहूं और सरसों के फसल के सीजन शुरू होने से पहले मड़ियों में लाख दावे करने का भरोसा दिलाया था लेकिन प्रशासन और सरकार के दावे फेल होते हुए दिखाई दिए हालांकि मंडी में मजदूर किसान और आढ़तियों ने सरकार और प्रशासन पर मंडियों में फसलों की बिक्री के लिए किसी भी प्रकार के प्रबंध नहीं होने का आरोप लगाया है वहीं जिला प्रशासन और मार्केट कमेटी के अधिकारी भी खुद स्वीकार कर रहे हैं कि मंडी में गेहूं और सरसों की फसल को बारिश से बचाव के लिए आढ़तियों को ही प्रबंध करना होगा यानि कि साफ तौर पर माना जाए कि गेहूं और सरसों की फसल की बिक्री के लिए जिला प्रशासन और हरियाणा सरकार का किसी भी प्रकार का कोई सहयोग नहीं है। 

आढ़ती अर्जुन दास ने बताया कि मंडियों में गेहूं और सरसों की फसल की बिक्री के लिए जिला प्रशासन और हरियाणा सरकार के पास कोई इंतजाम नहीं है। मंडियों में गेहूं और सरसों की फसल का उठान नहीं हो रहा है जिस वजह से मंडी में जगह की कमी है इसलिए मंडियों में दूसरे किसान अपनी फसल लेकर नहीं आ रहे है। मंडी में आज सुबह से बारिश आ रही है जिस वजह से फसल भीग रही है। 
उन्होंने कहा कि मंडियों में प्रशासन द्वारा कोई इंतजाम नहीं किए गए है। मंडियों से फसलों का उठान जल्द से जल्द होना चाहिए इसके लिए जिला प्रशासन को उठान प्रक्रिया में तेजी लानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बरसिह से बचाव के लिए आढ़तियों ने ही व्यवस्था की हुई है लेकिन सरकार और प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए है। 

वही सिरसा मंडी एसोसिएशन के पूर्व प्रधान हरदीप सिंह सरकारिया ने बताया कि मंडियों में गेहूं और सरसों की फसल की बिक्री का पीक सीजन चल रहा है लेकिन सरकार और प्रशासन ने मंडियों में फसलों की बिक्री के लिए कोई इंतजाम नहीं किए है। उन्होंने कहा कि अब गेहूं और सरसों की फसल बारिश में भीग रही है लेकिन सरकार और प्रशासन ने बारिश से बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं किए है।उन्होंने कहा कि मंडियों से फसलों का उठान भी नहीं हो रहा है जिस वजह से मंडियों में अब जगह नहीं मिल रही है इसलिए अब किसान मंडी में फसल नहीं ला रहे है। पूर्व प्रधान सरकारिया ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द मंडियों से फसलों का उठान करवाए। 

 वही मजदूर मनोज ने बताया कि मंडी में बारिश हो रही है जिस वजह से गेहूं और सरसों की फसल भीग रही है। उन्होंने कहा कि मंडियों में बारिश से बचाव के लिए जिला प्रशासन और हरियाणा सरकार के पास कोई विशेष इंतजाम नहीं है। उन्होंने कहा कि मंडियों में बारिश से बचाव के लिए सरकार और जिला प्रशासन जल्द से जल्द इंतजाम करे। इसके साथ ही मंडियों से जल्द से जल्द फसलों का उठान भी करवाए ताकि ज्यादा से ज्यादा से मंडियों में फसल बिक्री के लिए आए और उन्हें अपनी मजदूरी मिल सके। 

 वही मार्केट कमेटी के सचिव वीरेंद्र मेहता ने बताया कि कल रात को बारिश आने के बाद ही मंडियों में व्हाट्स ऍप ग्रुप के जरिए आढ़तियों को जल्द से जल्द व्यवस्थाएं बनाने के निर्देश दिए थे और जब भी बारिश होने की संभावनाए होती है तो समय समय पर आढ़तियों को बारिश से बचाव के लिए निर्देश दिए जाते है। 


 

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