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पानीपत के एसडी पीजी कॉलेज के एनुअल एथलेटिक मीट में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची विश्व की दूसरे नंबर की बॉक्सर और अर्जुन एवं भीम अवार्ड से अलंकृत अंतर्राष्ट्रीय स्तर की भारतीय महिला बॉक्सर कविता चहल का भव्य स्वागत किया गया। कविता चहल ने कहा की परिश्रम का कोई शो

कविता चहल अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सिंग स्टार ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि हर खिलाड़ी अपने मन में कुछ भी पाने की ठान ले तो फिर चाहे वो धन-दौलत हो या ख्याति, कुछ भी हासिल करना असंभव नहीं है । आज हर क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा है और बिना मेहनत के जीवन में कुछ नहीं मिलता है । खिलाड़ी जीवन सबसे कठिन होता है और इसमें सर्वाधिक मेहनत लगती है । उन्होनें कहा कि हम किसी भी खेल से किसी ख़ास गुण को विकसित करके अपने आप को औरों से भिन्न बना सकते है । मेहनत और संघर्ष करने वालों की जीवन के हर क्षेत्र में हमेशा जीत होती है । सबसे ज्यादा नाज़ उन्हें अपने माता-पिता और अपने कोच पर है जिन्होनें उन्हें खेलने के लिए न सिर्फ प्रेरित किया बल्कि हर मुश्किल की घड़ी में उनका साथ दिया । हरियाणा की महिलाओं ने अपनी मेहनत और संघर्ष के बल पर देश का खूब नाम रोशन किया है । मेहनत का कोई शोर्ट कट नहीं है, युवाओं को चाहिए कि वे मोबाइल और नशे से खुद को दूर रखे ।

आपको बता दे कि कविता चहल एक अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त एवं विश्व में दूसरा स्थान हासिल करने वाली बॉक्सिंग की खिलाड़ी हैं जिनका जन्म 8 अप्रैल को ग्राम निमरी भिवानी जिले में हुआ । उनके पिता भूप सिंह और माता रमेश देवी ने हमेशा उनका उत्साहवर्धन किया । कविता चहल अपने गांव की सबसे पहली महिला है जिसने सबसे पहले खेलो में कदम रखा और उचाईयो को छुआ। उनको देख उनके गांव की बहुत सी लड़कियों को घर से बाहर निकलने का मौका मिला।

चीन की बॉक्सर के बाद विश्व में कविता चहल को दूसरा स्थान हासिल है । उनकी इन्ही उपलब्धियों पर वर्ष 2013 में भारत सरकार ने उन्हें अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया जिसे हासिल करने वाली वे हरियाणा प्रदेश की पहली महिला बनी । अगले ही वर्ष हरियाणा सरकार ने उन्हें भीम अवार्ड से अलंकृत किया । अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए कविता ने 18 वर्ष की आयु से बॉक्सिंग करना शुरू किया क्यूंकि उनके पिता चाहते थे कि उनकी बेटी इस खेल में अच्छा प्रदर्शन करें । विश्व चैंपियनशिप में कविता ने 2 बार कांस्य पदक हासिल किया । उन्होनें एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 3 बार और एशिया कप में 1 बार में पदक हासिल किये । बॉक्सिंग की राष्ट्रीय चैंपियनशिप में वे 9 बार स्वर्ण पदक जीत चुकी है । फेडरेशन कप में 5 बार और आल इंडिया पुलिस गेम्स में कविता ने 8 मेडल्स हासिल करके एक कीर्तिमान स्थापित कर रखा है । इतनी उपलब्धियों के अलावा भी कविता की जीत की सूचि बहुत लम्बी और उल्लेखनीय है । सुपर कप इंटर जोनल चैंपियनशिप, नार्थ इंडिया गेम्स, आल इंडिया यूनिवर्सिटीस, हरियाणा स्टेट चैंपियनशिप और हरियाणा ओलिंपिक गेम्स में भी कविता चहल ने दर्जनों मेडल्स अपने नाम कर रखे है ।

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