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जेसीडी में यूफोरिया 2024 के कार्यक्रम में बच्चों की प्रस्तुति देखकर दंग रहे गए अतिथिगण।

जेसीडी विद्यापीठ में शामिल हुए पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी जालंधर के डॉ सुशील मित्तल वाइस चांसलर।

जेसीडी बिजनेस मैनेजमेंट कॉलेज में आज दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय मैनेजमेंट फेस्ट यूफोरिया -2024 के पहले दिन की प्रतियोगिताओं का शुभारंभ के अवसर पर बतौर मुख्यातिथि डॉ सुशील मित्तल वाइस चांसलर पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी जालंधर और जेसीडी विद्यापीठ के महानिदेशक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉ कुलदीप सिंह ढींडसा थे ।

डॉ. हरलीन कौर ने कहा की यह संस्थान हमेशा से ही विद्यार्थियों के मनोरंजन के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है । उन्होंने कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि इन दो दिवसीय प्रतियोगिताओं को चार भागों में बांटा गया है, रचनात्मक एक्टिविटीज, सांस्कृतिक एक्टिविटीज, एकेडमिक या आइंस्टीन क्लब, स्पोर्ट्स एक्टिविटीज । जिनमें विद्यार्थी पूर्ण उत्साह, जोश एवं उमंग से हिस्सा लेकर अपनी-अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को वास्तविक रूप में मैनेजमेंट एवं मार्केटिंग में निपुण बनाना है और फेस्टिवल के जरिए विद्यार्थियों को अपने मैनेजमेंट कौशल को बढ़ाने का मौका दिलाना है।

अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक डॉक्टर कुलदीप सिंह ढींडसा ने कहा कि 'नेतृत्व अपने बारे में नहीं है; यह दूसरों के विकास में निवेश करने के बारे में है,' केनेथ हार्टले का एक उदाहरण सभी की प्रगति की दिशा में काम करने के लिए डॉ. मित्तल के जुनून और दृढ़ता को व्यक्त करता है। उनके नेतृत्व गुणों और क्षमता का उदाहरण पंजाब राज्य में अग्रणी शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों के उनके विविध अनुभव से मिलता है। वह नवंबर 2021 से एसबीएस स्टेट यूनिवर्सिटी, गुरदासपुर के कुलपति के रूप में कार्यरत थे। इसके अलावा कई अन्य प्रशंसनीय प्रशासनिक सुधार और कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया गया। वह एसबीएस स्टेट यूनिवर्सिटी में पीएचडी कार्यक्रम शुरू करने वाले व्यक्ति थे। इससे पहले, उन्होंने दो दशकों से अधिक समय तक थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में भी काम किया और उप निदेशक, अनुसंधान और प्रायोजित परियोजनाओं के डीन और रसायन विज्ञान स्कूल के प्रमुख जैसे पदों पर काम किया। मैं प्रोफेसर सुशील मित्तल को उनकी बहुमुखी प्रतिभा के लिए सलाम करता हूं, क्योंकि वह एक साथ तीन विश्वविद्यालयों, पीटीयू सरदार बेअंत सिंह (एसबीएस) स्टेट यूनिवर्सिटी गुरदासपुर और शहीद भगत सिंह स्टेट टेक्निकल कैंपस, फिरोजपुर के कुलपति हैं।

मुख्य अतिथि डॉ सुशील मित्तल ने कहा कि कॉलेज के दौरान कुछ बच्चे हमेशा पढ़ाई में व्यस्त रहते हैं, वे कॉलेज में होने वाली को-करिकुलर एक्टिविटी में भाग नहीं लेते। पढ़ाई करने से उनका किताबी ज्ञान तो बढ़ जाता है लेकिन व्यक्तिगत विकास में वे पीछे रह जाते हैं। को-करिकुलर
एक्टिविटी कॉलेज के जीवन का अनिवार्य हिस्सा है। प्रत्येक छात्र को इसमें भाग लेना चाहिए। इससे उन्हें हर रोज कुछ नया सीखने में मदद मिलेगी।


सहगामी एक्टिविटी में भाग लेने से छात्रों को समय प्रबंधन करने में मजबूती मिलती है। बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए को-सहगामी एक्टिविटी बहुत जरूरी हैं। डॉक्टर मित्तल ने कहा कि युवाओं में खेलों के प्रति रुचि उन्हें नशे से दूर रखने में सहायक होती है। युवाओं को चाहिए कि वे अपने अंदर खेलों के प्रति लगाव पैदा करते हुए किसी भी खेल का हिस्सा बनें। उन्होंने कहा कि खेलों में हिस्सा लेने से शरीर के अंदर बायोकेमिकल चेंज आते हैं जो नशे से दूर रखते हैं । युवाओं को अपनी संस्कृति से जुड़ा रहना चाहिए और अपने माता-पिता के साथ कनेक्ट रहना चाहिए । उन्होंने कहा कि आज कल विद्यार्थियों का हॉलिस्टिक डेवलपमेंट बहुत आवश्यक है। इसके लिए सभी संस्थाओं को प्रयास करना चाहिए।

डॉ. ढींडसा ने कहा कि अगर विद्यार्थी लग्न एवं ईमानदारी से किसी कार्य को करते हैं तो उनको कामयाबी अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि मनोरंजन के साथ-साथ बेहतर ज्ञान व शिक्षा हासिल करें ताकि आप कामयाबी हासिल कर सकें यही चौ. देवीलाल जी का स्वप्न था जिसे साकार करने हेतु हम सदैव प्रयासरत है। डॉ. ढींडसा ने कहा कि हमारा उद्देश्य हमारे विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के अलावा उन्हें बेहतर नागरिक बनाना भी है ताकि वे समाज ही नहीं अपितु अपने सम्पूर्ण राष्ट्र में एक अलग पहचान कायम कर सकें। उन्होंने कहा कि जेसीडी विद्यापीठ में व्याप्त चारों ओर का स्वच्छ वातावरण तथा बेहतर माहौल जहां विद्यार्थियों को बेहतर ज्ञान प्रदान करने के लिए सक्षम है, वहीं यहां के विद्यार्थी अन्य गतिविधियों में भी अग्रणी है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों का बेहतर प्रबंधन शिक्षा के साथ सर्वांगीण विकास करना है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रबंधन के विद्यार्थियों की ऐसे कार्यक्रमों में अधिक से अधिक भागीदारी होती है, इसलिए वे स्वयं अपने अनुभव से बेहतर सीखते हैं, जो कि लम्बे समय तक उन्हें स्मरण रहता है।उन्होंने कहा कि जेसीडी आईबीएम द्वारा आयोजित प्रबंधन मस्ती मेला अपने आप में एक अनोखा एवं सराहनीय कार्यक्रम है तथा विद्यार्थी इसका खूब लुत्फ उठा रहें हैं और अपनी इच्छा अनुसार प्रतियोगिताओं में प्रतिभा का प्रदर्शन दे रहे हैं । कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथिगण को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । मुख्य अतिथि द्वारा विजेता विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए |

 

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