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माइनिंग के नए कानून से किसान आत्महत्या करने को होंगे मजबूर

 

  • मिट्टी को माइनिंग से बाहर करने को लेकर सैकड़ो ठेकेदार और किसान पहुंचे पानीपत जिला सचिवालय
  • ठेकेदारों ने जिला उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
  • ठेकेदार बोले हमें खनन माफिया बोला जाता है
  • ठेकेदारों ने अपना रोष प्रकट करते हुए कहा या तो मिट्टी को माइनिंग से बाहर किया जाए नहीं तो माफिया बनने को होंगे मजबूर
  • माइनिंग के नए कानून से किसान आत्महत्या करने को होंगे मजबूर
  • मिट्टी को माइनिंग से नहीं किया बाहर तो हम सभी काम छोड़कर करेंगे हड़ताल
  • मिट्टी को माइनिंग से बाहर नहीं किया  तो सब ठेकेदार और किसान हो जाएंगे बेरोजगार
  • ठेकेदार बोले परमिशन होने के बाद 4-4लाख के हो रहे है चालान

 

अभी तक पटवारी एवं कानूनगो समेत ट्रांसपोर्टरों का प्रदर्शन खत्म भी नहीं हुआ था कि  आज हरियाणा सरकार के खिलाफ मिट्टी ठेकेदारों और कुछ किसानों ने  हरियाणा अर्थमवर्स यूनियन के बैनर तले मोर्चा खोल दिया... मिट्टी ठेकेदार मिट्टी को माइनिंग से बाहर करने की मांग को लेकर आज पानीपत जिला सचिवालय में सैकड़ो की संख्या में पहुंचे जहां उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सचिवालय के अंदर जमकर प्रदर्शन किया और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए जिला उपायुक्त से तत्काल प्रभाव से मुलाकात करने की मांग की इसके बाद तहसीलदार ने पांच ठेकेदारों को जिला उपायुक्त से मिलवाया... जिला उपायुक्त से मिलने के बाद मिट्टी ठेकेदारों,जेसीबी संचालकों,ट्रैक्टर ट्राली संचालको ने बताया की सरकार हमें खनन माफिया कहती है लेकिन अगर यह कानून लागू रहा तो हम खुद माफिया बनने को मजबूर होंगे... उन्होंने कहा इस कानून से न सिर्फ मिट्टी ठेकेदार बेरोजगार होंगे बल्कि किसान भी आत्महत्या करने को मजबूर होंगे क्योंकि किसान मजबूरी में अपनी मिट्टी बेचकर अपनी बेटी की शादी करता है और घर के कई काम निकलता है... मिट्टी ठेकेदारों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा या तो इस कानून को वापस ले लिया जाए नहीं तो वह अपने ट्रैक्टर ट्राली डम्फर जेसीबी की चाबियां प्रशासन को सौंपकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे... मिट्टी ठेकेदारों ने कहा कि मिट्टी उठाने की परमिशन लेने के बाद भी माइनिंग अधिकारी और पुलिस कर्मचारी उनके एक से लेकर 10 लाख रुपए तक के चालान कर देते हैं...

 

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