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बरसात से हुए जलभराव व गंदगी को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट।

उल्टी दस्त होने पर उबालकर पानी का करें प्रयोग - डॉक्टर विशाल सिंगला ।

नूंह मेवात। पिछले सप्ताह नूंह जिले में हुई अच्छी बरसात से जहां किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। वही बरसात से हुए जल भराव गंदगी के कारण कई प्रकार की समस्या भी इंसान की सेहत को नासाज कर सकती हैं। स्वास्थ्य विभाग नूंह इसको लेकर पूरी तरह से अलर्ट दिखाई दे रहा है। जब इस बारे में डिप्टी सिविल सर्जन डॉक्टर विशाल सिंगला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जहां तक जल भराव व गंदगी की बात है। पहले भीषण गर्मी पड़ रही थी। उस भीषण गर्मी से अलग तरह की बीमारियां थीं, लेकिन अच्छी बरसात हुई है। सतर्क रहने की आवश्यकता है। पानी जब एकत्रित हो जाता है तो मच्छर - मक्खियों का प्रकोप बढ़ जाता है। जिससे अलग - अलग तरह की बीमारियां फैल जाती हैं। उन्होंने मेवात की जनता से अपील करते हुए कहा कि जो पानी है, उसे उबालकर पिएं ताकि दस्त और डायरिया जैसी शिकायत ना हो। खुले में जो खाना है, उस खाने से बचें। फ्रेश खाना बनाकर खाएं, उन्होंने कहा कि बच्चों को जो दस्त लगते हैं, उनके चांस बढ़ जाते हैं। ओआरएस का घोल बच्चों को ऐसी स्थिति में देना चाहिए।

न्होंने कहा कि अगर बच्चे की सेहत में सुधार नहीं होता है तो उसे सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए लेकर जाएं ताकि सही समय पर सही इलाज मिल जाए। उन्होंने कहा कि जहां तक मच्छरों के पनपने की बात है तो जल भराव जहां पर है, वहां काला तेल डलवाया जा रहा है और अगर कहीं गाड़ी या टायर या इत्यादि में कहीं पानी जमा है तो वहां पर जनता से अपील है कि पानी को एकत्रित न होने दें। वह बहुत बड़ा स्रोत रहे। मच्छरों के पनपने का उन्होंने कहा कि आम आदमी को ख्याल रखना चाहिए। पानी कहीं इकट्ठा न होने दें। स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में अलग - अलग सेंटर बनवाए हुए हैं। अगर कोई मरीज आता है तो सबसे पहले उसका इलाज प्राथमिकता से किया जाएगा। अगर किसी के शरीर में पानी की कमी उल्टी - दस्त से पाई जाती है तो उसकी उचित इलाज वहां पर दिया जाएगा।

डिप्टी सिविल डॉक्टर विशाल सिंगला ने डॉक्टर्स डे के अवसर पर कहा कि डॉक्टर को भगवान का रूप जो कहा जाता है यह बहुत आदर की बात है। यह बड़ी बात है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हम आम इंसान हैं। कोई खास बात नहीं है जिस प्रकार का हमारा कर्तव्य होता है। किसी भी मरीज का प्रॉपर इलाज हो सके। आज का जो डॉक्टर डे का जो थीम है, मरीज हैं उनका उचित इलाज करना है। खासकर अपने संवेदन पूर्वक इलाज करना है। डॉक्टर विशाल सिंगला ने कहा कि जो डॉक्टर बी आर राय थे, उनकी याद में यह नेशनल डॉक्टर्स डे भारत में हर वर्ष 1 जुलाई को मनाया जाता है। उसे हम सभी डॉक्टर व्यवसाय से जुड़े हुए जो लोग हैं, उनको हम अपना सादर सम्मान देते हैं, जो भी वह काम करते हैं जैसे कोरोना काल में डॉक्टरों ने अपनी जान पर खेल कर मरीजों की जान बचाई थी। ऐसे सभी कार्यों के लिए उनको श्रद्धांजलि देते हैं और उनको याद करते हैं।

 

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