कुरुक्षेत्र में एसीबी की टीम ने यमुनानगर के थर्मल पावर प्लांट में कार्यरत एक्सईएन, अकाउंट क्लर्क तथा निजी व्यक्ति पर रिश्वत के आरोप में किया मुकदमा दर्ज
- Submitted By: Haryana News 24 --
- Edited By: Navodeet --
- Saturday, 10 Aug, 2024
एसीबी की टीम ने निजी व्यक्ति सुखपाल को 22500 की रिश्वत के साथ रंगे हाथों किया गिरफ्तार।
हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने आज जिला यमुनानगर में एक निजी व्यक्ति सुखपाल सहित थर्मल पावर प्लांट के एक्स ई एन, इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस अनिल गाबा तथा अकाउंट क्लर्क सुरेंद्र पर रिश्वत लेने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया। एसीबी की टीम ने इस मामले में आरोपी सुखपाल को ₹20500 की रिश्वत के साथ रंगे हाथों पकड़ने में सफलता हासिल की है।
इस बारे में हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम के प्रभारी सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि एसीबी की टीम को शिकायत प्राप्त हुई थी कि निजी व्यक्ति सुखपाल तथा थर्मल पावर प्लांट में कार्यरत एक्सईएन अनिल गाबा तथा अकाउंट क्लर्क सुरेंद्र द्वारा शिकायतकर्ता को प्लांट में जमा सुरक्षा राशि लौटाने के बदले में ₹25000 के रिश्वत की मांग की जा रही है। इस मामले में 22500 में रिश्वत की राशि तय की गई। बताया गया कि आरोपी एक्सईएन अनिल गाबा द्वारा शिकायतकर्ता से ₹15000 की राशि रिश्वत के तौर पर पहले ही ली जा चुकी थी और अब आरोपियों द्वारा कंप्लीशन सर्टिफिकेट उपलब्ध करवाने के बदले में रिश्वत के तौर पर ₹10000 की राशि की मांग और की जा रही है।
इसके अलावा, अकाउंट क्लर्क सुरेंद्र द्वारा शिकायतकर्ता के अकाउंट में सिक्योरिटी मनी की राशि क्रेडिट करने के बदले में ₹8000 की रिश्वत की मांग अलग से की गई जिसमें से शिकायतकर्ता ने ₹5000 की राशि अकाउंट क्लर्क सुरेंद्र को दी। इस मामले में निजी व्यक्ति सुखपाल की भी संलिप्तता पाई गई जिसे आज एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 22500 के रिश्वत के साथ रंगे हाथों पकड़ने में सफलता हासिल की। इस मामले में एसीबी की टीम द्वारा सभी साक्ष्य जुटाते हुए कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो के अंबाला पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की गई है।
पानीपत के रहने वाले शिकायतकर्ता हरदेव ने बताया कि उसने यमुनानगर के थर्मल प्लांट में मरम्मत का ठेका लिया था। इस एवज में उसने सिक्योरिटी के तौर पर कुछ राशि जमा कराई थी। काम पूरा होने के बाद उसने अपनी राशि वापस मांगी तो कार्यकारी अभियंता ने उससे साढ़े 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस राशि में से वह आरोपी को 15 हजार रुपये पहले दे चुका था, मगर आरोपी उससे और सात हजार रुपये की मांग करने लगा। इसकी शिकायत उसने ब्यूरो में दी थी। शुक्रवार को टीम ने हरदेव को सात हजार रुपये देकर आरोपी के पास थर्मल प्लांट में भेज दिया। जैसे ही आरोपी ने उससे सात हजार रुपये लिए टीम ने मौके पर ही आरोपी को दबोच लिया।