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कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पानीपत में एक निजी अस्पताल के संचालक विशाल मलिक को ₹200000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है..


कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने पानीपत में एक निजी अस्पताल के संचालक विशाल मलिक को ₹200000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है..

इमेजिंग एंड डायग्नोस्टिक सेंटर अल्ट्रासाउंड अस्पताल के संचालक संजीव छाबड़ा का रिकॉर्ड सही न होने की एवज में दो अन्य आरोपी डॉक्टरों द्वारा रिश्वत की डिमांड की जा रही थी

रिश्वत के पैसे आधार हॉस्पिटल के डॉक्टर विशाल मलिक के पास रखवाने थे इसी दौरान एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शिकायत के आधार पर डॉक्टर विशाल मलिक को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया

एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जानकारी देते हुए बताया आरोपी विशाल मलिक को कल रात गिरफ्तार किया था आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जा रहा है अन्य 2 आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द ही की जाएगी


कैथल एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम के अनुसार, पानीपत के आधार अस्पताल के संचालक डॉक्टर विशाल मलिक, सिविल अस्पताल के डॉक्टर पवन कुमार और क्लर्क नवीन कुमार ने बरसत रोड पर चल रहे इमेजिंग एंड डायग्नोस्टिक सेंटर का जनवरी 2024 में निरीक्षण किया था।

निरीक्षण के दौरान तीनों ने शिकायतकर्ता पर FIR दर्ज न करवाने व जारी किए गए नोटिस को फाइल करवाने के बदले में 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। ACB टीम ने शिकायत मिलने के बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए योजना बनाई।

टीम ने शुक्रवार को प्राइवेट अस्पताल के डॉ. विशाल मलिक को 2 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत विशाल मलिक के माध्यम से डॉ पवन कुमार व क्लर्क नवीन कुमार तक पहुंचाई जानी थी। फिलहाल पवन और नवीन फरार है। ब्यूरो इस मामले में जल्द दोनों आरोपियों की भी गिरफ्तारी करेगी। यह पूरी कार्रवाई गवाहों के समक्ष पारदर्शिता के साथ की गई।


 

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