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पूरानी माँगो को लेकर फिर सड़कों पर उतरे किसान।

लोकसभा के बाद अब विधानसभा में भी कियान BJP का करेंगे विरोध।

हरियाणा के किसान एक बार फिर दिल्ली कूच को बेताब हैं। भिवानी में आज सड़कों पर उतरे किसानों ने इसके संकेत और सरकार को चेतावनी दी है। किसानों का कहना है कि उनकी लंबित माँगे नहीं मानी तो वो फिर से दिल्ली जाम कर देंगे और पीएम को फिर माफ़ी मांग कर माँगें माननी पड़ेंगी।  

किसान अपनी माँगो को लेकर एक साल से ज़्यादा दिल्ली बॉर्डर पर बैठे थे। 700 से ज़्यादा किसानों की इस समय धरने पर मौत हुई थी। जिसके बाद पीएम मोदी ने तीन कृषि क़ानून को रद्द कर दिया था। पर किसानों का कहना है कि इस समय जो माँगें सरकार ने पूरी करने का भरोसा दिया था वो अब तक पूरी नहीं हुई हैं। ऐसे में वो एक बार फिर बड़ा आंदोलन करने को मजबूर हैं। साथ ही फिर से दिल्ली कूच के संकेत दे रहे हैं। 

भिवानी में आज संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले किसान सड़कों पर उतरे और सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह के आवास तक विरोध प्रदर्शन करते हुए गए। यहाँ सांसद की ग़ैर मौजूदगी में उनके पीए को अपना मांगपत्र सौंपा। इसके बाद किसानों ने चेतावनी दी कि किसान आंदोलन के चलते भाजपा लोकसभा चुनावों में हाफ हुई थी और मांग पूरी नहीं हुई तो हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा का सूपड़ा साफ़ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान भाजपा को हराने के लिए गाँव गाँव जाकर प्रचार करेंगे। 

किसान नेताओं ने एसकेएम 9 अगस्त को पूरे देश में ‘कॉर्पोरेट देश छोड़ो’ दिवस मनाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की मांग नहीं मानी तो लोकसभा में हाफ़ हुई भाजपा का विधानसभा चुनाव में सूपड़ा साफ़ होगा। इसके लिए किसान भाजपा के उम्मीदवारों को हराने के लिए हर गाँव में प्रचार करेंगे। उन्होंने दिल्ली कूच के सवाल पर कहा कि एसकेएम का आह्वान हुआ तो किसान फिर से दिल्ली कूच कर दिल्ली को जाम कर देंगे। फिर पीएम को माफ़ी माँगनी पड़ेगी और किसानों की मांग पूरी करनी पड़ेंगी। 

एक साल से ज़्यादा समय तक आंदोलन चलाने वाले किसान एक बार फिर अपनी माँगो को लेकर उग्र हैं। ऐसे में देखना होगा कि लोकसभा चुनाव में उम्मीद से बहुत कम सीटें पर सिमटी भाजपा, किसानों की इस चेतावनी व रणनीति को कैसे देखती है और कब व कैसे इसका समाधान निकालती है। 

 

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