बहुचर्चित डिंगरहेडी कांड में सीबीआई विशेष अदालत ने दिया फैसला।
- Submitted By: Haryana News 24 --
- Edited By: Liyakat Ali --
- Thursday, 09 May, 2024
चार दोषियों को हुई फांसी की सजा। डिंगरहेडी डबल मर्डर डबल रेप कांड को लेकर अदालत के फैसले का महिलाओं ने किया स्वागत।
फांसी की सजा से समाज में जाएगा सही संदेश
नूंह मेवात । प्रदेश के बहुचर्चित डिंगरहेडी कांड में सीबीआई विशेष अदालत के फैसले का महिलाओं ने स्वागत किया है। महिलाओं का कहना है कि डिंगरहेडी कांड बहुत ही हृदय विधायक घटना थी। फांसी की सजा के फैसले से समाज में सही संदेश जाएगा।
डिंगरहेडी कांड के चार दोषियों को फांसी की सजा का जनवादी महिला समिति स्वागत करती है । वहीं भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के राज्य सचिव सुरेंद्र सिंह ने डिंगरहेड़ी कांड के दोषियों को विशेष सीबीआई कोर्ट द्वारा फांसी की सजा दिए जाने का स्वागत किया है।
जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगमति सांगवान, राज्य अध्यक्ष सविता, महासचिव उषा सरोहा व कोषाध्यक्ष राजकुमारी दहिया ने कहा कि जनवादी महिला समिति न्याय की लड़ाई में शुरू से पीड़ित परिवार के साथ खड़ी रही। इस फैसले ने परिवार को कुछ राहत दी है परंतु राज्य सरकार की तरफ पीड़ित परिवार के पुनर्वास के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए। इस जघन्य कांड को निहायत ही शर्मनाक ढंग से उस समय के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर छोटी - मोटी घटना बताते रहे। ना तो स्वयं मुख्यमंत्री और ना ही राज्य सरकार का कोई नुमाईंदा पीड़ित परिवार से मिलने गया। बल्कि पुलिस - प्रशासन व राज्य सरकार उन्हें बचाने में लगे रहे। इस सबके बावजूद पीड़ित परिवार का मजबूती से लड़ना चार लोगों को फांसी के तख्ते तक ले आया है। जनवरी महिला समिति मांग करती है कि पीड़ित परिवार के पुनर्वास की उचित व्यवस्था की जाए और परिवार को सरकारी नौकरी दी जाए।
गौरतलब है कि 24 अगस्त 2016 को नूंह जिला के तावडू उप मंडल के गांव डिंगरहेड़ी में दरिंदों ने वहशीपन का नंगा नाच खेला था। अपराधियों ने घर में घुसकर दो लड़कियों के साथ सामुहिक बलात्कार और उनके मामा - मामी की जघन्य हत्या कर दी थी। पीड़ित परिवार के चार अन्य सदस्य भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। साढ़े सात साल तक लम्बी लड़ाई लड़ने के बाद परिवार को आखिरकार न्याय मिला है।