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पुलिस कार्रवाई से नाराज ऑटो चालक ने किया आत्मदाह करने का प्रयास, खुद को लगाई आग।

ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारियों ने ही बचाई जान।

ऑटो चालक की जान बचाने के प्रयास में ट्रैफिक पुलिस कर्मी के झूलसे हाथ।

सवारी बैठते वक़्त सड़क पर लगा जाम तो ट्रैफिक पुलिस ने ऑटो को चौकी में लाने की बात से परेशान हुआ ऑटो चालक।

डीजल की केन से तेल छिड़क कर खुद को लगाई आग ।

ऑटो चालक को तुरंत प्रभाव से पानीपत के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद रोहतक पीजीआई किया रेफर।

पानीपत। सड़क पर जाम लगने से रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने एक ऑटो को कब्जे में लिया तो चालक अकरम ने कुछ दूर जाकर खुद पर डीजल छिड़क कर आग लगा ली। ऑटो को कब्जे में लेकर थाने ले जा रहे ट्रैफिक पुलिस के अस्थाई कर्मी प्रवीण ने ही परने से आग बुझाई। अकरम 50 फीसदी तक झुलसा है। उसे पीजीआई रोहतक रेफर किया गया। प्रवीण का हाथ भी कोहनी के पास से झुलसा है। 

वही डीएसपी धर्मबीर खर्ब ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑटो चालक ने सड़क के बीच ऑटो खड़ा कर दिया था और सवारियां भर रहा था जिसको लेकर ट्रैफिक पुलिस में ऑटो को चालान कर दिया। जिसको लेकर ऑटो चालक ने डीजल छिड़ककर अपने आप को आग लग ली। डीएसपी में कहा कि परिजनो ने जो आरोप लगाया है उनमें सच्चाई नहीं है फिर भी मामले को जांच की जाएगी और जिसकी गलती होगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक कौशल निगम के तहत ट्रैफिक पुलिस में चालक भर्ती हुए प्रवीन कि माने तो उसकी ड्यूटी ईस्ट जोन में है। शाम 7 बजे एएसआई राजकुमार लालबत्ती चौक पर चेकिंग कर रहे थे। तभी ऑटो चालक अकरम ने सवारियां बैठाने के चक्कर में वहां जाम लगा दिया। एएसआई ने ऑटो आगे बढ़ाने को कहा तो वो गालियां देने लगा। एएसआई ने अकरम को ऑटो से उतार कर प्रवीण को दिया और चौकी ले जाने को कहा। वह अकरम को साथ लेकर अभी करीब 100 मीटर दूर निगम कार्यालय के सामने ही पहुंचा था कि अकरम भाग गया। टीम को सूचना दी, तो होमगार्ड दिलावर वहां आ गया। वे अभी बातचीत कर रहे थे कि अकरम हाथ में कैन लाया और खुद पर उड़ेलकर माचिस की तीलियां जला उसकी तरफ फेंकी, फिर खुद को आग लगा ली। प्रवीन ने आग बुझाने के लिए पास पड़ा रेत डाला। फिर अकरम के गले से परना निकाल आग बुझाई और अकरम को सिविल अस्पताल पहुंचाया।

वही ऑटो यूनियन के जिला प्रधान मिथिलेश ने बताया कि एक तो पहले ही काम मन्दे है बावजूद उसके पुलिसकर्मी नाजायज 10-10 हजार के चालान कर देते हैं। वहीं उन्होंने बताया कि लाल बत्ती चौक पर सड़क बीड़ी होने की वजह से और लोगों की आवाजाही ज्यादा होने की वजह से जाम लग जाता है और मजबूरन ऑटो वालों को सवारियां उतारती पड़ती हैं जिसकी वजह से पुलिसकर्मियों और ऑटो चालकों के बीच बहस बाजी होती है जिसकी वजह से यह घटना हुई है उन्होंने कहा कि ऑटो यूनियन इस मामले को लेकर अगर कोई भी बड़ा फैसला लेगी तो सहयोग किया जाएगा वहीं उन्होंने कहा है कि पुलिस को इस पूरे मामले में जांच करनी चाहिए और जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए

 

 

 

 

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